तुम्हें सुनना है अंतस की आवाज़ रखना है ख़ुद पर विश्वास।। तुम्हें सुनना है अंतस की आवाज़ रखना है ख़ुद पर विश्वास।।
इस कविता के माध्यम से कवि ने, पुष्प के रूप, में उन अनगिनत, बिना पहचान वाले, बिना समाज की नजरों में आ... इस कविता के माध्यम से कवि ने, पुष्प के रूप, में उन अनगिनत, बिना पहचान वाले, बिना...
पुरखे जगत से कभी विदा नहीं होते , संतति के कण कण में रचे बसे होते हैं! पुरखे जगत से कभी विदा नहीं होते , संतति के कण कण में रचे बसे होते हैं!
हां,वादों को निभाने में वक्त तो लगता है। अनचाहे पन्नों को पढ़ने में वक्त तो लगता है। हां,वादों को निभाने में वक्त तो लगता है। अनचाहे पन्नों को पढ़ने में वक्त तो ल...
भारत का स्वाभिमान सैनिक जवान।। भारत का स्वाभिमान सैनिक जवान।।
श्रम के आगे सब झुकते हैं कर्म योद्धा कब रुकते हैं जो श्रम सीकर, हैं बहाते वहीं कर्मव श्रम के आगे सब झुकते हैं कर्म योद्धा कब रुकते हैं जो श्रम सीकर, हैं बहाते ...